इसकी स्थापना 2017 में श्री दीपक अग्रवाल जी द्वारा की गई थी। अंगों (हाथों और पैरों) में विकलांगता वाले मरीजों को समाज में जीवित रहने के लिए उनके जीवन को आसान बनाने के लिए कृत्रिम कृत्रिम अंग प्रदान किए जाते हैं।
अब तक 800 रोगियों को सेवा दी जा चुकी है और अंततः संख्या बढ़ रही है।
हमारी सुविधाएं